सावंगी मेघे के आचार्य विनोबा भावे ग्रामीण अस्पताल में संचालित टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर के माध्यम से नव वर्ष के अवसर पर जिले के विभिन्न स्थानों पर बांझपन उपचार और आईवीएफ ओपीडी शुरू की गई है।
मातृत्व एक महिला का प्राकृतिक अधिकार है और यह प्री-स्क्रीनिंग सुविधा सावंगी मेघे अस्पताल के अलावा 7 केंद्रों पर हर हफ्ते नियमित रूप से उपलब्ध होगी ताकि गर्भधारण से वंचित महिलाओं को आईवीएफ यानी इन विट्रो फर्टिलाइजेशन प्रक्रिया के माध्यम से मातृत्व का एक आशाजनक अवसर प्रदान किया जा सके।
Voice-इस पहल के तहत सोमवार को अरवी में राणे मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल, मंगलवार को सेलु में सावंगी अस्पताल का ग्रामीण स्वास्थ्य शिक्षा केंद्र, बुधवार को हिंगनघाट में तुलसाकर अस्पताल, गुरुवार को पुलगांव में पार्वती क्लिनिक, देवली में माई अस्पताल और शुक्रवार को समुद्रपुर में ग्रामीण अस्पताल और स्थानीय राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज चौक, आर्वी में शनिवार को यह विशेष जांच सुविधा नाका क्षेत्र स्थित माई हॉस्पिटल में सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक उपलब्ध रहेगी.इन केंद्रों पर आईवीएफ उपचार के लिए आने वाले जोड़ों को विशेष छूट दी जाएगी और सोनोग्राफी और वीर्य विश्लेषण मुफ्त में किया जाएगा। साथ ही, हार्मोन संबंधी बीमारी पीसीओडी यानी पॉलीसिस्टिक ओवरी डिसऑर्डर से पीड़ित महिलाओं को मुफ्त रक्त परीक्षण और सोनोग्राफी सेवाएं मिलेंगी।
टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर की निदेशक एवं वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. की अपील है कि जो दंपत्ति संतान का सुख पाना चाहते हैं, उन्हें अपने क्षेत्र में उपलब्ध इस विशेष सेवा का लाभ उठाना चाहिए. दीप्ति श्रीवास्तव द्वारा किया गया।
( प्रस्तुति -रूपा पंडित )