चीन की सरकारी मीडिया के अनुसार मंगलवार सुबह तिब्बती क्षेत्र में आए तेज़ भूकंप से अभी तक कम से कम 126 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं क़़रीब 200 अन्य घायल हैं.
भूकंप के झटके नेपाल की राजधानी काठमांडू समेत उत्तर भारतीय हिस्सों में भी महसूस किए गए.
अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वे (यूएसजीएस) के मुताबिक़ भूकंप का केंद्र चीन के तिब्बत में है जहां पर 7.1 तीव्रता का भूकंप आया.
इससे पहले यूएसजीएस ने भूकंप का केंद्र नेपाल के लोबुचे इलाक़े को बताया था लेकिन उसने फिर इसमें बदलाव कर दिया.
हमने अधिकांश उत्तरी ज़िलों से प्रारंभिक जानकारी ले ली है. अब तक बड़े नुक़सान की कोई रिपोर्ट नहीं है. हम उन क्षेत्रों के बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त कर रहे हैं जो प्रभावित हो सकते हैं.”
नेपाल के राष्ट्रीय आपदा एवं प्रबंधन प्राधिकरण ने बताया है कि भूकंप से नेपाल के मुख्य रूप से सात ज़िले प्रभावित हो सकते हैं.
इनमें नेपाल के तपलेजंग, संखुवासभा, सोलुखुम्बु, दोलखा, सिंधुपालचोक, रसुवा, उत्तरी धाडिंग ज़िले प्रभावित हो सकते हैं. ज़िला प्रशासन कार्यालयों से जानकारी इकट्ठा की जा रही है.
एवरेस्ट पर्वत से सटे नेपाल के नामचे क्षेत्र के एक सरकारी अधिकारी जगत प्रसाद भुसाल ने एएफ़पी को बताया, “झटके बेहद शक्तिशाली थे, यहां हर कोई जाग गया लेकिन हमें अभी तक किसी नुक़सान की कोई ख़बर नहीं है.”
सोलुखुम्बू के सहायक मुख्य ज़िला अधिकारी रूपेश विश्वकर्मा के अनुसार, एक बड़ा भूकंप महसूस किया गया, लेकिन अभी तक कोई शारीरिक या मानवीय क्षति की सूचना नहीं है.
“यह एक बड़े भूकंप जैसा महसूस हुआ. मैंने बस बाहर देखा और यहां आसपास कोई नुक़सान नहीं हुआ. लोबुचे तक पहुंचने के प्रयास किए जा रहे हैं.”
भूकंप का कहां था केंद्र
तिब्बत क्षेत्र के शिगात्से शहर में आए इस भूकंप से आशंका जताई जा रही है कि वहां ख़ासा नुक़सान हो सकता है.
चीन के दक्षिण-पश्चिमी हिस्से में कई बार भूकंप आए हैं. साल 2008 में सिचुआन प्रांत में आए भूकंप में 70,000 लोग मारे गए थे.
चीन के सरकारी टीवी चैनल सीसीटीवी के मुताबिक़, बीते पांच सालों में शिगात्से के 200 किलोमीटर के दायरे में 3 और उससे अधिक तीव्रता के 29 भूकंप आ चुके हैं. ये सभी भूकंप मंगलवार की सुबह आए भूकंप से हलके थे.
साल 2015 में काठमांडू के नज़दीक आए 7.8 तीव्रता के भूकंप में 9,000 लोगों की मौत हुई थी और हज़ारों लोग घायल हुए थे. ये देश में आया अब तक का सबसे भयानक भूकंप था.